e-rupi kya hai Or yah kaise kaam karti hai 2022
what is digital currency e-rupi ? Or yah kaise kaam karti hai
नमस्कार दोस्तों आपका हमारे ब्लॉग पर तहे दिल से स्वागत है आज की इस पोस्ट में हम आपको डिजिटल करेंसी e-rupi के बारे में जानकारी देने वाली है जी हां दोस्तों क्या आप जानते हैं। कि डिजिटल करंसी e-rupi क्या है और यह कैसे काम करती है अगर आप नहीं जानते तो हमारी इस पोस्ट को फॉलो कर लेने के बाद आप बहुत ही कम समय के अंदर डिजिटल करेंसी के बारे में जान सकते हैं। बस इसके लिए आपको हमारी इस पोस्ट को शुरू से लेकर अंत तक ध्यान पूर्वक पढ़ना होगा। अगर आप हमारी इस पोस्ट कोशुरू से लेकर अंत तक फॉलो करते हैं तो हम इस बात का दावा करते हैं आप कुछ ही समय के अंदर डिजिटल करंसी e-rupi के बारे में विस्तार से जान सकते हैं चलिए दोस्तों आगे बढ़ते हैं।
दोस्तों क्या आप लोग जानते हैं e-rupi को भारत में डिजिटल करेंसी के रूप में अपनाया गया है हमें डिजिटल करेंसी का प्रयोग भारत में कुछ पेमेंट के रूप में करते हैं। इसका प्रयोग हम वित्त सेवा विभाग स्वास्थ्य तथा परिवार कल्याण मंत्रालय में किया जाता है।
e-rupi क्या है ?
बात करे e-rupi डिजिटल करेंसी की तो यह एक कैशलेस तथा संपर्क रहित डिजिटल करेंसी सिस्टम है जो नेशनल पेमेंट्स कारपोरेशन ऑफ़ इंडिया विथ सेवा विभाग स्वास्थ्य तथा परिवार कल्याण मंत्रालय और राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण द्वारा व्यक्ति विशेष का उद्देश्य विशेष हेतु बना कर तैयार किया गया है। डिजिटल करेंसी की ओर कदम कदम बढ़ाते हुए भारत के प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी द्वारा इस इलेक्ट्रॉनिक ब्राउज़र पर आधारित डिजिटल पेमेंट सिस्टम e-rupi को लांच किया गया है शायद दोस्तों आपकी समझ में आ गया होगा। कि डिजिटल करेंसी क्या है अब आगे की जानकारी प्राप्त कर लेते हैं।
e-rupi किस प्रकार कार्य करता है ?
जैसा के दोस्तों हमने आपको ऊपर जानकारी में बता दिया है कि e-rupi कैशलेस तथा संपर्क रहे थे डिजिटल पेमेंट माध्यम है जो कि सरकारी सेवाओं के लाभार्थियों के मोबाइल फोन पर एसएमएस अथवा कोड के माध्यम से भेजा जाता है। यह एक प्रीपेड गिफ्ट वाउचर की तरह होता है जिसे बिना किसी क्रेडिट कार्ड और डेबिट कार्ड तथा इंटरनेट बैंकिंग सुविधा केंद्र किया जा सकता है। सेवा प्रदाताओं के लाभार्थियों को एक माध्यम से जुड़ेगा जिसके लिए किसी भी प्रकार के प्रत्येक संपर्क की आवश्यकता नहीं होगी।
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e-rupi वाउचर कैसे जारी किए जाते हैं ?
अब आप मै से कई सारे लोग हैं जिनके मन में यह सवाल चल रहा है कि e-rupi वाउचर किस प्रकार जारी किए जाते हैं दोस्तों अगर आपके मन में भी यह सवाल चल रहा है। तो हम आपकी जानकारी के लिए बताना चाहेंगे e-rupi पेमेंट सिस्टम नेशनल पेमेंट कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया द्वारा अपने यूपीआई प्लेटफार्म पर बनाया गया है।
वह संबंधित बैंक की सहायता से लाभार्थी व्यक्तियों तथा उद्देश्य के बारे में जानकारी देते हुए इन्हें जारी कर सकती है। लाभार्थी व्यक्तियों की पहचान उनके मोबाइल नंबर तथा संबंधित संस्था के द्वारा बैंक के सहायता से जारी बाउचर क्रमांक से हो सकती है। इस तरीके से यह ब्राउज़र उसी व्यक्ति द्वारा प्रयोग किया जा सकेगा जिसके लिए यह जारी किया गया है।
e-rupi का इस्तेमाल कैसे किया जाता है ?
दोस्तों अब हम आपकी जानकारी के लिए बताना चाहेंगे कि e-rupi डिजिटल करेंसी किस प्रकार से प्रयोग में लाई जा सकती है। e-rupi वाउचर का इस्तेमाल मुख्य रूप से सरकार द्वारा सामाजिक कल्याण की योजनाओं को संबंधित व्यक्ति तक आसानी से पहुंचाने के लिए किया जाता है। यह वाउचर महिलाओं तथा बच्चों के कल्याण हेतु औषधि तथा पोषण संबंधी योजना के अंतर्गत सहायता पहुंचाने हेतु किया जा सकेगा।
साथ ही टीवी उन्मूलन कार्यक्रम इलाज संबंधी योजनाएं जैसे आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना किसान संबंधी योजना जैसे खाद सब्सिडी आदि प्रमुख रूप से इसका प्रयोग किया जाएगा। सरकार के अनुसार इसका प्रयोग गैर सरकारी संस्थाओं द्वारा भी अपने कर्मचारियों के कल्याण तथा सामाजिक कार्यक्रमों में किया जा सकता है।
डिजिटल करंसी e-rupi का क्या महत्व है।
अब अगर आप इस डिजिटल करेंसी का महत्व जानना चाहते हैं तो सरकार एक केंद्रीय बैंक द्वारा प्रायोजित डिजिटल करेंसी के लिए पूर्व से कार्य कर रही है। इसी दिशा में कार्य करते हुए आरोपी की भी घोषणा की गई थी जिससे भविष्य की डिटेल करेंसी को क्रियान्वित करने में आने वाली समस्याओं से पहले ही निपटारा हो सके। वर्तमान में e-rupi पूर्व से स्थापित भारतीय रुपए कीमत सही कार्य करेगा जो एक काल्पनिक करेंसी ना होकर एक बाउचर आधारित पेमेंट सिस्टम होगा। जिसका भविष्य इसके अंतिम प्रयोग पर निर्भर करेगा।
डिजिटल करेंसी e-rupi के क्या लाभ है ?
1) व्यवसायिक संस्थाएं इसके माध्यम से अपने कर्मचारियों के कल्याण हेतु यूपीआई प्रीपेड ब्राउज़र जारी कर सकती हैं।
2) इसकी सहायता से वे ब्राउज़र utilization को ट्रैक कर सकते हैं यह वाउचर प्रदान करने का अत्यंत सरल और आसान तथा सुरक्षित संपर्क रहित साधन है।
3) e-rupi की सहायता से संस्थाएं एंड टू एंड डिटेल ट्रांजैक्शन कर सकते हैं जिससे उन्हें कोई कार्य ब्राउज़र जारी करने की जरूरत नहीं पड़ती है और इससे उनकी लागत में भी कमी आती है।
4) यूपी वाउचर एक वेरिफिकेशन कोड के द्वारा प्राधिकृत होगा जो कि लाभार्थी को प्रदान किया जाएगा इसके अंतर्गत किसी भी प्रकार के नगद या फिर धारण करने की आवश्यकता नहीं होगी।
अंतिम शब्द
दोस्तों उम्मीद करते हैं आपको हमारी यह पोस्ट पसंद आई होगी अगर आपको हमारी यह पोस्ट पसंद आती है तो आप इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करना ना भूले। हमने आज की इस पोस्ट की सहायता से आपको यूपी के बारे में संपूर्ण जानकारी दी है अगर आप इसे अपने दोस्तों के साथ शेयर करते हैं। तो आपके दोस्त भी हमारी इस पोस्ट को फॉलो कर लेने के बाद यूपी के बारे में जानकारी प्राप्त कर सकते हैं अगर आपको हमारी इस पोस्ट से संबंधित कोई भी प्रश्न दिखाई देता है। तो आप हमें कमेंट बॉक्स में कमेंट करके पूछ सकते हैं हम आपके प्रश्न का जवाब जल्द से जल्द देने का प्रयास करेंगे।