Internet Banking क्या है? पूर्ण विवेचना 2022
जैसा कि दोस्तों आप सभी लोग जानते ही होंगे हमारा सभी का बैंक के अंदर तो एक खाता रहता है। जिसके द्वारा हम बैंक केंद्र समय पर पैसा जमा कर पाते हैं। और उसी के साथ निकाल भी पाते हैं मगर आपको उसके बारे में पता होना चाहिए। कि आज का यह डिजिटल युग है। जिसकी वजह से आज किस टाइम पर ज्यादातर सभी काम ऑनलाइन ही हो रहे हैं। और दोस्तों की वजह से जो बैंक के काम है वह भी पूरी तरह से ऑनलाइन ही हो गए हैं। दोस्तों भारत के जितने भी बैंक के हैं। उन सभी ने ज्यादातर बैंकिंग सुविधाओं की उपलब्धता के साथ में कस्टमर की सुविधाओं के लिए अपनी इंटरनेट बैंकिंग वेबसाइट और इसी के साथ एक मोबाइल एप्लीकेशन लॉन्च कर दी है।
और दोस्तों इंटरनेट बैंकिंग अब पूरी तरह से सुरक्षित एवं सुविधाजनक बैंकिंग सेवाओं का एक सामान्य तरीका बनाया है। और दोस्त ऑनलाइन बैंकिंग की सुविधा कितनी लाभदायक हो गई है। जैसे कि अब तो इसके बिना बैंक अधूरी सी लगती हो मगर यहां पर ध्यान देने वाली बात यह आती है। कि इसके फायदों के साथ कुछ नुकसान भी हैं। जिनके बारे में आपको जानना चाहिए इसलिए आज किस पोस्ट के अंदर हम ऑनलाइन बैंकिंग से रिलेटेड सारी जानकारी विस्तार से जानेंगे।
इंटरनेट बैंकिंग क्या होती है?
पहले आपको बता दें इंटरनेट बैंकिंग को नेट बैंकिंग एवं ऑनलाइन बैंकिंग भी कहते हैं। और दोस्तों यह एक ऑनलाइन भुगतान प्रणाली की जैसी होती है। जिसके द्वारा कस्टमर इंटरनेट के द्वारा ऑनलाइन माध्यम से लेनदेन कर पाता है। और दोस्तों इस सेवा को ज्यादातर सभी बैंक ही प्रदान करती हैं। उदाहरण के तौर पर कस्टमर्स को फंड भेजना, ऑनलाइन बिल दो तान करना एवं पैसे जमा करना इत्यादि। और दोस्तों इंटरनेट बैंकिंग की सुविधा को हर एक व्यक्ति प्राप्त कर सकता है।
मगर उसने बैंक के अंदर ऑनलाइन बैंकिंग के लिए रजिस्ट्रेशन करवा दिया हो और उसके पास जो अकाउंट हो वह चालू होना चाहिए। ऑनलाइन बैंकिंग की सुविधाओं के लिए रजिस्ट्रेशन करने के बाद कस्टमर को हर बार बैंक में जाने की कोई भी जरूरत नहीं पड़ेगी दोस्तों यह सुविधाजनक तो होता ही है। इसी के साथ यह बैंकिंग का सबसे सुरक्षित तरीका भी होता है। आपको बता दो नेट बैंकिंग पोर्टल की ओर से कस्टमर को आईडी एवं पासवर्ड प्रदान किया जाता है।
इंटरनेट बैंकिंग के लिए रजिस्ट्रेशन करने का तरीका?
दोस्तों जो कोई भी खाताधारक होता है। तो वह इंटरनेट बैंकिंग का लाभ प्राप्त करने के लिए संबंधित बैंक में रजिस्ट्रेशन करवाना पड़ता है। और दोस्तों जब आप लोग नया खाता खुलवाने के लिए आवेदन करते हो तो ज्यादातर बैंक नेट बैंकिंग लॉगइन किट देते हैं। दोस्तों अगर आप लोग नेट बैंकिंग का इस्तेमाल करना चाहते हैं। तो इसके लिए हमने आपको नीचे कुछ स्टेप्स बताएं उन्हें आप फॉलो कर सकते हैं।
(1) दोस्तों इसके लिए आपको सबसे पहले बैंक की वेबसाइट के द्वारा एप्लीकेशन फॉर्म को डाउनलोड करना पड़ता है। फिर आपको उसे भरकर उसका प्रिंट निकालना पड़ता है। आप चाहो तो डायरेक्ट बैंक में जा सकते हो और नेट बैंकिंग के लिए आवेदन फॉर्म भर सकते हो।
(2) इसके बाद आपने जो एप्लीकेशन फॉर्म डाउनलोड किया गया था उसे आपको अच्छे से भरना पड़ता है। और एक बार सब कुछ अच्छे से चेक करने के बाद आपको उसे बैंक में जमा करना पड़ता है।
(3) प्रदूषण जब आप लोग वेरिफिकेशन कंप्लीट कर लोगे तो उसके बाद आपको एक यूजर आईडी और इसी के साथ एक पासवर्ड भी मिलता है। फिर आप लोग उसका इस्तेमाल करके इंटरनेट बैंकिंग में लॉगिन कर सकते हो।
इंटरनेट बैंकिंग की कौन-कौन सी विशेषताएं होती हैं?
• दोस्तों इंटरनेट बैंकिंग फाइनेंसियल के अलाव Nan financial बैंकिंग सेवाएं भी आपको देती है।
• दोस्तों आप कौन से समय पर भी बैंक बैलेंस चेक कर सकती हो यह सुविधा भी आपको यहां पर देखने के लिए मिल जाती है।
• और आप लोग दूसरे खातों में बिल भुगतान एवं फंड ट्रांसफर भी कर सकते हो।
• और दोस्तों बैंक खाते से संबंधित लोन एवम बचत पर भी आप लोग निगरानी कर सकते हो।
• और दोस्तों इतना ही नहीं आप लोग चेक बुक हासिल करने के लिए आवेदन भी कर सकते हो।
• और जो निवेश आपके बैंक खाते से जुड़ा रहता है। आप लोग उस पर निगरानी रख सकते हो।
इंटरनेट बैंकिंग के क्या-क्या लाभ होते हैं?
(1) 24× 7 उपलब्धता
दोस्तों इंटरनेट बैंकिंग यह एक तरह से सामान्य व्यक्ति के विपरीत मानी जाती है। क्योंकि इसके लिए आपको अधिक से अधिक टाइम लगाना नहीं पड़ता है। यह पूरे साल में 24 × 7 लोगों के लिए मौजूद रहती है। और दोस्तों यह सीमा हमेशा ही मौजूद रहती हैं। उपयोगकर्ता अपने बैंक बैलेंस एवं अकाउंट इनफार्मेशन को भी जांच पाते हैं। और किसी भी समय पर तत्काल ही पैसे ट्रांसफर कर सकते हैं।
(2) लेन-देन स्टार्ट करने की सुविधा
फंड ट्रांसफर करने एवं बिल के भुगतान के वक्त पर यह सुविधा प्रदान करने की वजह से इंटरनेट बैंकिंग को और भी ज्यादा अपनाया एवं पसंद किया गया है। रजिस्टर्ड उपयोगकर्ता बैंक का दौरा भी नहीं करते हैं। और उसके बिना ही लंबी लाइन में बिना खड़े हुए आमतौर पर सभी बैंकिंग सेवाओं का लाभ उठा सकते हैं। और सभी प्रकार के लेनदेन जैसे के बिलों का भुगतान करना एवं खातों में पैसे भेजना यूजर्स की सुविधा के मुताबिक किसी भी समय पर आसानी से कर सकते हैं।
(3) लेन-देन को ट्रैक करना
दोस्तों लेनदेन के बाद बैंक के दौरान पार्वती पर्ची लोगों को दी जाती है। और यह गलत तरीके से हासिल होने की संभावना भी दिखाती है। हालांकि इंटरनेट बैंकिंग के साथ उपयोगकर्ता द्वारा स्टार्ट किए गए सभी प्रकार के लेनदेन का इतिहास को ट्रैक करना बहुत ही सरल एवं आसान बन जाता है। दोस्तों ऑनलाइन किए जाने वाले लंदन एवं फंड ट्रांसफर के भुगतान सेक्शन ट्रांजैक्शन हिस्ट्री सेक्शन के अंदर करते हैं। उदाहरण के तौर पर भुगतान कर्ता का नाम एवं बैंक अकाउंट नंबर, भुगतान की जाने वाली अकाउंट, भुगतान की तारीख एवं समय भी देखने के लिए मिल जाता है।
(4) त्वरित एवं सबसे सुरक्षित तरीका
नेट बैंकिंग उपयोगकर्ता अकाउंट के बीच तत्काल पैसे भेजने के लिए कर सकते हो आमतौर पर अगर दोनों अकाउंट को एक ही बैंक में रखा जाए उपयोगकर्ता की सुविधा के मुताबिक NEFT, RTGS या फिर ImPS के द्वारा फंड ट्रांसफर कर सकते हैं।दोस्तों कोई भी बिल भुगतान, ईएमआई भुगतान और लोन बहुत आसानी से किया जा सकता है। इसी के साथ आप का लेनदेन, साथी आपके अकाउंट की पूरी इंफॉर्मेशन कोई पासवर्ड के साथ सुरक्षित रखा जाता है।
इंटरनेट बैंकिंग में फंड ट्रांसफर कितने प्रकार का होता है?
दोस्तों आमतौर पर इंटरनेट बैंकिंग के अंदर तीन प्रकार के फंड ट्रांसफर होते हैं। और उन्हें नेट बैंकिंग के इस्तेमाल से बनाया जाता है। और उन्हीं फंड ट्रांसफर के बारे में हम आपको नीचे बिल्कुल बारीकी से बताएंगे तो पोस्ट को आगे तक पढ़ते रहिए।
(1) NEFT
दोस्तों यह एक नेशनल इलेक्ट्रॉनिक फंड ट्रांसफर भुगतान सेवा होती है। जिसके माध्यम से हमें एक अकाउंट से दूसरे अकाउंट पर फंड ट्रांसफर करने की परमिशन मिलती है।
(2) RTGS
इसका मतलब रियल टाइम ग्रॉस सेटेलमेंट होता है रिकॉर्डर के आधार पर व्यक्तिगत रूप से पैसों एक निरंतर भुगतान सेवा प्रणाली होती है। NEFT के जैसे ही RTGS भी ऑनलाइन 24 * 7 मौजूद रहती है।
(3) I MPS
दोस्तों से तत्काल भुगतान सेवा के नाम से जाना जाता है। यह एक अन्य भुगतान विधि होती है। जो कि वास्तविक टाइम पर पैसे ट्रांसफर कर देती है। आइएमपीएस का इस्तेमाल मोबाइल इंटरनेट के के जरिए सारे भारत के अंदर बैंकों में तत्काल पैसे ट्रांसफर करने के लिए करते हैं।
इंटरनेट बैंकिंग के कौन-कौन से कार्य हैं?
• किसी भी टाइम पर घर बैठकर ऑनलाइन अपने खाते की शेष राशि के बारे में पता लगा सकते हो।
• मिनी स्टेटमेंट डाउनलोड करने की सुविधा आपको मिल जाती है।
• नेट बैंकिंग के द्वारा अपने खाते से किसी दूसरे खाते में पैसे भेज सकते हो।
• फ्लाइट, रेल एवं बस और दूसरी चीजों की टिकट बुक कर सकते हो।
• ऑनलाइन बैंकिंग के माध्यम से चेक बुक एवं एटीएम, डेबिट कार्ड और क्रेडिट कार्ड के लिए अप्लाई भी कर सकते हो।
• इसी के साथ आप लोग एफडी आरडी ओपन कर सकते हो।
• पीपीएफ अकाउंट खोल सकते हो।
• बीमा प्रीमियम परचेज कर सकते हो।
• अपना इनकम टैक्स ई फाइल कर सकते हो ।
• इसी के साथ ऑनलाइन लोन के लिए आवेदन कर सकते हो।
आज आपने क्या सीखा?
दोस्तों आज किस पोस्ट के अंदर हमने आपको इंटरनेट बैंकिंग के बारे में एवं ऑनलाइन बैंकिंग के बारे में सभी प्रकार की जानकारी बिल्कुल बारीकी से समझाने की पूरी पूरी कोशिश की है। हमें उम्मीद है कि आपको हमारे द्वारा दी गई जानकारी से बहुत लाभ मिलेगा और यह जानकारी आपके लिए काफी अदा यूज़फुल भी होने वाली है। अगर आपको यह पोस्ट पसंद आई हो तो आप लोग इसे अपने दोस्तों के साथ भी शेयर कर सकते हो और चाहो तो अपने दोस्तों में भी भेज सकते हो।